मै अभी यही सोच रही थी कि शायद ईश्वर ने सोचा कि मुझे आज सही मायनों में सुंदरता से मिलवा ही देगे।
इसी बीच मेरी मां की आवाज अाई कि कोई आया है और मै पीछे से निकल कर आगे कमरे में पहुंची वहां गई तो वहां मौजूद थी दो औरतें एक जो मेरे दूर के रिश्तेदार की बहू जो देखने में निश्चित ही ऐसी थी कि जल्दी आप उसके चेहरे पर मोहित हो जाय। और एक उनके पड़ोस की सामान्य से चेहरे की महिला उनके माथे पर कटे का एक निशान भी था जो दूर से नजर आ रहा था।
अभी मै बस उनके पास जाकर उनको ठीक से समझ ही पाई थी कि जो बहू थी उसके फोन में किसी का कॉल आ गया उसने फोन उठाते हो कड़वी भाषा में किसी को ताना मारना शुरू कर दिया था उसकी जुवान के साथ ही साथ उसके हाथ भी चल रहे थे ।
भाई साहब ये देखकर तो मेरे होश उड़ गए देखने में ऐसी औरत की कोई भी दिल हार दे पर भाषा ऐसी की किसी का भी दिल दुख जाय ।पर उनके साथ में अाई हुई आंटी जी भी बड़े ही सामान्य और सलीके से मेरी मां से बात कर उनके हाल चाल ले रही थी और बीच बीच के उनकी हलकी सी मुस्कान जो उनकी बातो को और भी आकर्षक बना रही थी।
उनकी बाते चल रही थी और मै वहां से उठ कर आ गई अब मेरी उथूल पुथूल और भी बड़ चुकी थी कि वास्तविक सुंदर कौन है उनमें वो जो चेहरे से सुंदर या जिसकी नियत और जूवान अच्छी होती है।
सही मायनों में देखा जाए तो हम कितना भी बाहरी छवि को देखकर मोहित हो ले पर असल में सुंदरता भाषा की होती है।और आपकी अच्छी सोच की।
2 Comments
Inner soul matter's( ye unke liye hai jinko Katrina ki jagah monjolika se milti hai 😂😂😂😂
ReplyDeleteRyt brother 😊
ReplyDelete