". A true soulmate can change your life

A true soulmate can change your life





सुशांत सिंह राजपूत ने खुदकुशी कर ली है यह तो आप सबको पता होगा  उसकी खुदकुशी के साथ ही सोशल मीडिया पर तमाम तरीके की बातें सामने आने लगी कोई कहता कि सुशांत डिप्रेशन के शिकार थे तो कोई कहता उन्हें कोई भी बॉलीवुड में अपना नहीं मान रहा था


 इस वजह से तनाव में आकर उन्होंने खुदकुशी कर ली। बातें बनती रही न्यूज़ वाले न्यूज़ बनाते रहे यूट्यूब पर लोगों ने वीडियो भी अपलोड करें ताकि उनके वीडियो को ढेर सारे व्यू और लाइक मिले सबने अपना अपना मतलब तो सिद्द करा। 

जितनी तेजी से यह बातें उफान मारी थी उतनी तेजी के साथ खत्म भी हो गई ।खत्म नहीं हुई तो सुशांत के परिवार की तकलीफ क्योंकि उन्होंने अपने घर का एक उभरता हुआ सितारा जो पूरी तरह से अपनी रोशनी फैला भी नहीं पाया था खो  दिया था


 इसी बीच काफी बॉलीवुड कलाकारों ने अपनी छवि को अच्छा बनाने के लिए तरह-तरह के वीडियो भी अपलोड करना आरंभ कर दिया। सब कुछ हो रहा था सब अपनी अपनी राय अपनी अपनी बातें सहानुभूति सांत्वना देने में लगे हुए थे


 पर इन सब बातों का अब कोई अर्थ नहीं था क्योंकि एक होनहार कलाकार तो जा चुका था जो बातें और जो वीडियो उसकी बीमारी उसकी परेशानियों को लेकर बाद में बनाए गए अगर वही पहले करी गई होती, तो शायद आज सुशांत हमारे बीच होते 


क्या वजह थी आखिर कि सब कुछ होने के बाद भी उसे  यह दुनिया अच्छी नहीं लगी सब कुछ था उसके पास में सारी सुख सुविधाएं पर नहीं था तो वह सोलमेट वो जीवन साथी, एक ऐसा व्यक्ति ,एक ऐसा इंसान जिससे वह अपनी सारी परेशानियां बांट पाता एक ऐसा इंसान जिससे वह कह पाता कि वह क्यों परेशान है 


एक ऐसा इंसान जिसका चेहरा अपने मन में सोच कर  सुकून महसूस करता कोई तो ऐसा होना चाहिए ना।

 सबके जीवन में होता है ऐसा व्यक्ति जिसे वह अपनी सारी बातें सारी परेशानियां कहते हैं और बदले में उनका सोलमेट उन्हें प्यार से जब कहता है कि परेशान नहीं हो यह वक्त गुजर जाएगा क्योंकि वक्त की यही खासियत है 

कि वह कभी भी एक जैसा नहीं रहता है जैसे सूरज चांद रात दिन सब अपने अपने समय पर आते हैं और चले जाते हैं वैसे ही यह बुरा वक्त भी गुजर जायेगा और जब अच्छा वक्त आएगा तो तुम भी सूरज की तरह चमकोगे  । इंसान तब अकेला नहीं होता है जब उसके पास एक अच्छी नौकरी एक अच्छा घर खूब सारे पैसे नहीं होते हैं पर इंसान  तब जरूर अकेला हो जाता है जब उसके पास एक अच्छा जीवन साथी या सोलमेट नहीं होता है कभी-कभी यह सारी दौलत बड़ी गाड़ियां घर सुकून नहीं देते हैं जो जो एक ऐसे इंसान से मिलता है 

जिसे तकलीफ हो हमें तकलीफ में देखकर, जो हमारी तकलीफ को देख कर पहले  ही रो दे । 

एक ऐसा इंसान जो कहे कोई हो ना हो पर मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूं और साथ ही रहूंगी वक्त चाहे अच्छा हो या बुरा हो पर हम यह वक्त मिलकर काट लेंगे और बेचारा सुशांत वह तो यह ऐसी दुनिया में घर बना बैठा था 

जहां पर कोई किसी से आपस में मानसिक रूप से जुड़ा ही नहीं था जहां रिश्ते तो थे पर मतलब के जहां रिश्ते बनते भी थे मतलब के वहां हर इंसान स्वयं को ऊंचाई पर देखना चाहता है बस और उस ऊंचाई पर जाने के लिए वह हर तरह की मान मर्यादा सीमाएं तोड़ने को हर समय तैयार है और इस अमर्यादित समाज को नाम दिया जाता है मॉडर्न समाज का।

जहां सिर्फ कपड़े ही आधे नहीं है आधी है तो वहां की सारी चीजें , एक नहीं आप तमाम ऐसे उदाहरण  देखिए गा आप महसूस करेंगे


 कुछ ही एक कलाकार ऐसे होंगे जिनके रिश्ते पूरे टिके रहे वरना कोई 2 साल कोई 4 साल कोई 8 साल ऐसे साथ रहकर फिर हम साथ नहीं रह सकते हैं यह कहकर साथ छोड़ देते हैं और उन्हें इस चीज का कोई मलाल नहीं होता है 


क्योंकि  वह एक ऐसे समाज में जी रहे होते हैं जहां रिश्ते सिर्फ दिखावटी हैं अगर कोई मानसिक रूप से सच में किसी से जुड़ा होता है तो इतनी आसानी से नहीं तोड़ देते हैं  रिश्ते खास करके तब जब आपके बच्चे भी हैं मैं यह नहीं कहती की सारा जीवन बलिदानों में काट दीजिए जरा जरा सी बातों पर अब हमें अलग हो जाना  चाहिए कहकर आगे नहीं बढ़ना चाहिए यही वजह है


 कि आज हर वह इंसान जो अपने जीवन में दौलत शोहरत अच्छी नौकरी तो हासिल कर लेता है पर नहीं मिलता है उसे तो एक अच्छा सोलमेट और अगर वह मिल जाए तो नौकरी भले छोटी हो पैसा भले  कम हो पर जीवन सुकून से गुजर जाता है आज के आधुनिक युग में हर दूसरा इंसान सबके सामने दिखावटी मुस्कुरता है दिखावटी जीता है


 मैंने कुछ ऐसे लोगों को भी देखा है जो बाहर की दुनिया को तो यह दिखाते हैं कि वह बहुत सक्षम बहुत संपन्न है पर अंदर ही अंदर खोखले और अकेले होते हैं क्या फायदा ऐसे पैसे और ऐसी दुनिया का जहां हम किसी को अपना नहीं मान सकते और ना ही कोई सच्चे मायनों में आपका बनना चाहता है 


क्योंकि उसका आपसे कोई मतलब नहीं जुड़ा और जब तक कोई मतलब नहीं होगा तब तक वह आपसे जुड़ना पसंद भी नहीं करते ऐसे ही हो चुके हैं आजकल के रिश्ते शायद यही वजह रही होगी कि आज सुशांत ही नहीं ऐसे जाने कितने सुशांत हमारे बीच नहीं रहे होंगे ,और बाद में नाम दे दिया जाता है नेपोटिज्म का भाई भतीजावाद हर जगह होता वो सिर्फ  बॉलीवुड ही नहीं जहां भाई भतीजावाद हो रहा है 


आप अपने ही समाज में आंखें खोल कर महसूस करिएगा कितने लोग ऐसे होंगे जो बड़ी-बड़ी पोस्ट पर होते हैं और अगर आप उनसे कहे 

 कि कोई मेरे लायक जगह हो तो बताइएगा वह आपको आश्वासन तो बहुत अच्छा देंगे पर वह पोस्ट देंगे अपने भाई और अपने रिश्तेदारों को क्यों क्योंकि आप उनके अपने नहीं हैं उनके सगे नहीं भले ही आप 100% उस काम के काबिल हो और भले ही उनके खुद के रिश्तेदार उसके काम के काबिल ना भी हो पर वो उनके अपने हैं तो काबिलियत मायने नहीं रखती है मायने रखता है तो उनका रिश्ता ऐसे में अगर कोई ऐसा शख्स आपसे कहे ठीक है जाने दो जिंदगी हमेशा आगे बढ़ती है हम कुछ और ढूंढ लेंगे करने के लिए बहुत सारी चीजें बनी है दुनिया में किसी एक चीज को लेकर निराश ना हो और ना ही अपने जीवन को खत्म करने की सोचे  ईश्वर ने आपको मनुष्य बना कर भेजा है 

आप  ईश्वर की सबसे अच्छी रचना हो वो  चाहते तो आपको कोई जानवर भी बना सकते थे पर उनने इंसान बनाया है तो उनके इस उपकार को व्यर्थ ना जाने दे और अपने जीवन को इन दिखावटी लोगों से दूर करके सुकून की उस इंसान को ढूंढ ले जो  दुनिया की इस भीड़ में आपके लिए पूरी दुनिया हो यकीन मानिए कितनी ही बड़ी उलजने क्यों ना हो

आप कभी भी खुद को अकेला महसूस नहीं करेंगे एक ही जिंदगी मिली है मरना तो सभी को है तो जी लीजिए  अपनी जिंदगी को खुलकर अपने उस प्यारे से सोलमेट के साथ।



Post a Comment

0 Comments