". Every problem has a solution

Every problem has a solution





सोचकर देखिए । ऐसी कौन सी चीज है ऐसी कौन सी समस्या है जिसका समाधान नहीं है अगर हम ढूंढ ना चाहे तो ऐसी कोई परेशानी नहीं जिसका कोई हल नहीं बस हम कोशिश करना छोड़ देते हैं और हार मान कर बैठ जाते हैं

 पुराने समय से सोचिए पहले आदिमानव हुआ करते थे और वह जानवरों की तरह जीते थे जानवरों की तरह  ही अपने खाने को सुरक्षित रखने की मगजमारी करते थे पर उनमें एक चीज जरूर थी उनमें थी कुछ और बेहतर करने की ललक फिर क्या था एक गोल सी वस्तु को देखकर उन्हें पहिया बनाने का विचार आया। और बनकर तैयार हो गया पहिया।इस तरह छोटे पूरे प्रयासों को पूरा करते करते बनकर तैयार हो गया था पहिया।
इसी तरह एक पत्थर को आपस में रगड़ने पर निकली  चिंगारी से बन गई आग और अब खाना भी पकना शुरू हो चुका था और  इसी तरह धीरे धीरे बहुत सी अन्य चीजे भी बनना शुरू हो चुकी थी।
सोचिए  जब बिना पढ़े लिखे लोगो ने अपने अस्तित्व को बनाए रखने के लिए क्या कुछ नहीं किया और हम सर्व संपन्न होकर भी प्रयास करना छोड़ देते हैं और हार मान कर बैठ जाते हैं 

जैसे आप सड़क पर जाते हैं और देखते हैं चार चौराहों को हर चौराहा कहीं ना कहीं जाता है और खत्म नहीं होता है  वो चौराहा कहीं आगे जाकर किसी और सड़क और वो सड़क किसी हाईवे और वो बड़े बड़े हाईवे दूर किसी और शहर को मिल जाते है और वहां से भी खतम नहीं होते बस उनके नाम बदल जाते है,

देखिए ना अब आप डॉक्टर के यहां जाते है तो वो आपको तीन दिन कि या दो दिन की दवा देकर कहते है कि आराम ना मिले तो फिर दिखाना ,दवा बदल कर देगे 🤗

और आप दवा खाते है आराम मिलता तो ठीक नहीं तो किसी अन्य दवा से तो मिल ही जाएगा ये सोचकर आप फिर से जाते हो।और आप ठीक भी हो जाते है

और कुछ लोग तो ऐसे भी होते है जो दिमाग में यह बिठा चुके होते हैं कि उनको बस फला डॉक्टर से ही आराम मिलेगा या सूट करेगा ये उनका अनुभव और उनका विश्वास ही होता है उस डॉक्टर के प्रति जो उन्हें जल्दी ठीक करने में मदद करता है
तो जब हम आराम नहीं मिलने पर डॉक्टर बदल लेते या डॉक्टर हमारी दवा तो हम क्यों नहीं बदलते है अपने जीने के उस तरीके को जो हमारी जिंदगी में उलझने पैदा करते है

हर चीज और हर पहलू पर जब निष्कर्ष नहीं निकलता तो हम नजर नहीं नजरिया बदलते  है,जैसे आंखे कमजोर होने पर चश्मा या आंखो कि दवाई लेते है ना कि आंखो को निकलवा देते है उसी तरह हर पहलू पर विचार करके शांत मन से सोचे तो सब संभव है,ऐसे बहुत से उदाहरण है जो आपकी जिंदगी में होगे जिन्हें याद करके अपना हौसला भी बढ़ता होगा।तो ऐसे ही आगे बढ़ते रहिए खुश रहिए ।जिंदगी हमेशा चलने के लिए बनी गई ,ये कभी नहीं रुकती चाहे आप इसे जिए या बेकार जाने दे,ये अपना समय पूरा करती रहेगी और एक दिन खतम ।तो पूरी कोशिश कर डालिए खुद के सपनों को पूरा करने के लिए बाद ने अफसोस बहुत बड़ा होगा ,


खुश रहिए
मुस्कुराइए।
एक ही जिंदगी है।












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