". Our thoughts and views..

Our thoughts and views..

 आपने देखा होगा कि कुछ लोगों का जीवन के हर पहलू के प्रति बहुत ही नकारात्मक नजरिया होता है उन्हें हर अच्छी चीज में एक कमी और हर पॉजिटिव बात में नेगेटिव प्वाइंट मिल ही जाता है क्यों ?

क्योंकि वो आदी हो चुके होते है नकारात्मक सोच के तो ऐसे में उन्हें कितना भी ताजगी भरा टॉपिक दिया जाय वो उसे अपनी सोच से वासी बना ही देते है ।तो नजरिया बहुत ही जरूरी होता है किसी भी व्यक्ति का 😎😎😎😎😎



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जीवन को देखने का नजरिया –

एक दिन एक प्रोफेसर जैसे ही अपनी क्लास में आये उन्होंने विद्यार्थियों से एक सरप्राइज टेस्ट लेने के बारे में पूछा. सभी विद्यार्थी अपने-अपने डेस्क पर चिंतित होकर टेस्ट के बारे में सोच रहे थे. तभी प्रोफेसर ने सारी प्रश्न पत्रिका अपने हातो में ली, प्रोफेसर के चेहरे से ऐसा लग रहा था जैसे टेस्ट बहोत मुश्किल होगी. उन्होंने एक-एक करके सारी प्रश्न पत्रिका विद्यार्थियों को दी, और उसे पलटने को कहते हुए टेस्ट शुरू करने के लिए कहा. पेज पलटते ही सभी को आश्चर्य हुआ, क्योकि वहा कोई प्रश्न नहीं लिखा हुआ था……केवल पेज के बिच में एक कला डॉट (बिंदु) था.



प्रोफेसर शांति से सभी के हाव-भाव को देख ही रहे थे. उन्होंने उसे देखते हुए बच्चो से कहा की,

“मै चाहता हु की तुम टेस्ट में वो लिखो जो तुम्हे वहा दिखाई दे रहा है.”

इसे सुनते ही सभी विद्यार्थी चिंतित हो कहते और बिना कुछ सोचे-समझे लिखने लगे.

क्लास के अंत में, प्रोफेसर ने सभी विद्यार्थियों की उत्तर पत्रिकाए जमा की और जोर-जोर से विद्यार्थियों के सामने ही उसे पढना शुरू किया. जिसमे सभी ने यही लिखा था की पेज के बिच में एक काला धब्बा है, या कुछ उस डोट की स्थिति को दर्शाने की कोशिश कर रहे थे इत्यादि…इत्यादि… और इस तरह सभी उत्तर पत्रिकाये पढने के बाद, पूरा क्लासरूम शांत था, और तभी प्रोफेसर ने समझाना शुरू किया की:

“मै आपके इन उत्तरों पर आपको कोई ग्रेड नहीं देने वाला हु, मै तो बस आपको कुछ ऐसा काम देना चाहता था जिसमे आपको थोडा सोचना पड़े. किसी ने भी अपने उत्तर में उस सफ़ेद पेपर के बारे में नहीं लिखा. सभी का ध्यान केवल उस काले डॉट पर ही था- और यही हमारे जीवन में भी होता है. हमारे पास भी एक सफ़ेद पेपर होता है जिसमे हम आनंद ले सके, खुद हो सके और जीवन का महत्त्व जान सके लेकिन हम हमेशा जीवन के काले भागो पर ही ध्यान देते है. हमारा जीवन हमें भगवान् द्वारा दिया गया सबसे बड़ा पुरस्कार है. जिसमे बहोत सारा प्यार भरा हुआ है. भगवान् ने हमें खुश रहने के कई बहाने भी दिए है, उन्होंने सुन्दर प्रकृति बनाई, हमें अच्छे दोस्त दिए, एक सुखी परिवार दिया, एक अच्छी जॉब दी और रहने के लिए अच्छा घर और जीवनसाथी दिया….. भगवान् हर रोज़ हमारे जीवन में कोई न कोई चमत्कार जरुर करता रहता है…..

जीवन में इतनी सारी अच्छी चीजे होने के बावजूद हमारा ध्यान केवल जीवन के काले भागो में ही होता है. इस काले भाग में, स्वास्थ से संबंधित समस्याये, पैसो की कमी, उलझे हुए रिश्ते, दोस्तों से नाराजी इत्यादि समस्याये शामिल है.

अगर हम जीवन के सुन्दर भागो से इस काले भाग की तुलना करे तो हम पाएंगे की सुन्दर भाग की तुलना में ये काला भाग बहोत ही छोटा है लेकिन फिर भी उस छोटे भाग ने हमारे दिमाग को खाली कर दिया है.

हमें हमारी आखे काले भागो पर लगाने की बजाये, जीवन की सुंदर चीजो का आनंद लेना चाहिये, और अपने साथ-साथ लोगो को भी आनंदित करते रहना चाहिये.

आनंदित रहे और सकारात्मक (पॉजिटिव) जीवन जिये!!

सकारात्मकता हमारे जीवन में बहोत मायने रखती है. क्यू की इसकी मदद से हम बड़े से बड़ी समस्या को भी आसानी से सुलझा सकते है. क्यू की एक निराशवादी को हर अवसर में कठनाई दिखाई देती है और एक आशावादी को हर कठनाई में एक अवसर दिखाई देता है. महापुरुष हमेशा से ये कहते आये है की, सकारात्मक सोच वाला व्यक्ति अपनी सोच से असंभव को भी संभव कर पाता है. सकारात्मक सोच भले ही सारी समस्याये ना सुलझा पाए, लेकिन ये काफी लोगो को झुंझलाने के लिए काफी होती है.

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