". Recognise your right time...your capabilities

Recognise your right time...your capabilities

क्या आप जानते है, अगर एक मेंढक को ठंडे पानी के बर्तन में डाला जाए और उसके बाद पानी को धीरे धीरे गर्म किया जाए तो मेंढक पानी के तापमान के अनुसार अपने शरीर के तापमान को समायोजित या एडजस्ट कर लेता है|


जैसे जैसे पानी का तापमान बढ़ता जाएगा वैसे वैसे मेंढक अपने शरीर के तापमान को भी पानी के तापमान के अनुसार एडजस्ट करता जाएगा|

लेकिन पानी के तापमान के एक तय सीमा से ऊपर हो जाने के बाद मेंढक अपने शरीर के तापमान को एडजस्ट करने में असमर्थ हो जाएगा| अब मेंढक स्वंय को पानी से बाहर निकालने की कोशिश करेगा लेकिन वह अपने आप को पानी से बाहर नहीं निकाल पाएगा|

वह पानी के बर्तन से एक छलांग में बाहर निकल सकता है लेकिन अब उसमें छलांग लगाने की शक्ति नहीं रहती क्योंकि उसने अपनी सारी शक्ति शरीर के तापमान को पानी के अनुसार एडजस्ट करने में लगा दी है| आखिर में वह तड़प तड़प मर जाता है|

 

मेंढक की मौत क्यों होती है ??

ज्यादातर लोगों को यही लगता है कि मेंढक की मौत गर्म पानी के कारण होती है|

लेकिन सत्य यह है कि मेंढक की मौत सही समय पर पानी से बाहर न निकलने की वजह से होती है| अगर मेंढक शुरू में ही पानी से बाहर निकलने का प्रयास करता तो वह आसानी से बाहर निकल सकता था|

ठीक है उसी तरीके से अगर सही वक्त पर सही कार्य न किया जाए तो गलत वक्त पर इस्तेमाल करी गई आपकी सारी शक्ति और ऊर्जा बर्बाद चली जाती है

जैसे - किसी भी समय खाया गया भोजन भी शरीर के नुक़सान देय हो सकता है और भोजन की गुणवत्ता और पौष्टिक तत्व आपके शरीर को फायदे की जगह नुकसान पहुंचा जाते हैं यही फार्मूला हमारे जीवन में भी लागू होता है मनुष्य कितना भी होशियार समझदार और शक्तिशाली ही क्यों ना हो परंतु अगर सही समय पर वह अपने क्षमताओं का प्रदर्शन नहीं करेगा तो वह जीवन में कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता है आप कितने भी होनहार छात्र क्यों ना हो किंतु परीक्षा के समय आप अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं इसका मतलब आपने अपनी बुद्धिमता का इस्तेमाल सही समय पर नहीं किया और उसका परिणाम लंबे समय तक आप को प्रभावित करता रहेगा तो बहुत जरूरी होता है कि हम उस सही समय को पहचाने जो हमारे जीवन को सरल और सफल बनाने में मदद करता है

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